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अंतर्राष्ट्रीय राजनीति : परिभाषा, प्रकृति एवं एक स्वतंत्र विषय-अनुशासन के रूप में विकास

ईकाई -01 लेखक : डॉ. श्रीश पाठक  अंतर्राष्ट्रीय राजनीति : परिभाषा, प्रकृति एवं एक स्वतंत्र विषय-अनुशासन के रूप में विकास इकाई की रूपरेखा 1.1 उद्देश्य 1.2 प्रस्तावना 1.3 अर्थ 1.4 परिभाषा 1.5 प्रकृति 1.6 एक स्वतंत्र विषय के रूप में विकास 1.7 सारांश 1.8 शब्दावली 1.9 निबंधात्मक प्रश्न 1.10 संदर्भ ग्रंथ 1.11 सहायक सामग्री उद्देश्य एक विषय के रूप में इसके विकास का अध्ययन हमें इसकी महत्ता , उपयोगिता एवं प्रासंगिकता से परिचय करवाएगी। इस इकाई के अध्ययन से हम अंतर्राष्ट्रीय राजनीति का एक विषय-अनुशासन के रूप में हुए क्रमशः विकास के विभिन्न आयामों को जानेंगे एवं उन्हें विश्लेषित करेंगे। वर्तमान में कोई राष्ट्र-राज्य किस प्रकार अन्य राज्यों से संबंध स्थापित करता है एवं इन सम्बन्धों के निर्वहन से उसके किन किन हितों की पूर्ति होती है , यह जानने का प्रयास करेंगे। विषय-विकास के विभिन्न पड़ावों , आयामों एवं उनका पृथक-पृथक महत्व जानेंगे। इस विकास यात्रा के अध्ययन का वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में क्या भूमिका हो सकती है , इसे भी जानने का यत्न करेंगे। प्रस्तावना अंतर्राष्ट्रीय राजनीति एक विषय-अनुशा