भारतीय राष्ट्रवाद और कैटेलोनिया विवाद

डॉ. श्रीश पाठक इस सहस्त्राब्दी के प्रारंभ से अंतरराष्ट्रीय संबंधों के अध्ययन को ‘विश्वराजनीति के वैश्वीकरण की प्रक्रिया’ के तौर पर देखने की वकालत की जाती है. ९/११ की अमेरिकी घटना ने अध्ययन के इस प्रवृत्ति की उपादेयता भी सिद्ध की है. विश्वराजनीति के वैश्वीकरण का तात्पर्य यह है कि अब विश्व के किसी भी स्थानीय घटना का एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य है और किसी वैश्विक परिप्रेक्ष्य अथवा परिघटना का एक स्थानीय असर भी महत्वपूर्ण है. आज की विश्वराजनीति में इसलिए ही अंतरसंबंधन (इंटरकनेक्टेडनेस) एक प्रभावी पहलू है. इस दृष्टिकोण से इस समय स्पेन में चल रहे कैटेलोनिया विवाद के निहितार्थ भारतीय सम्बन्ध में भी महत्वपूर्ण हैं. स्पेन का एक महत्वपूर्ण राज्य कैटेलोनिया अपनी स्वतंत्रता की मांग कर रहा है और समूचा पश्चिम ही स्पेन के पक्ष में खड़ा है और कैटेलोनिया की स्वतंत्रता को एक अनचाहा, गैर-जरुरी और विधि-असंगत करार दिया है. कैटेलोनिया की राजधानी बार्सीलोना विश्व समाज में अपने कुशल खेल आयोजनों के लिए जानी जाती है जो इससमय यूरोप सहित पुरे विश्व में अपने आजादी के आंदोलनों के लिए जाना जा रहा है. १९३९ के गृहयुद्ध के