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Showing posts from December 4, 2017

चाबहार: कूटनीतिक उपलब्धि

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गत रविवार को ईरान के राष्ट्रपति डॉ. हसन रोहानी ने बहुप्रतीक्षित चाबहार बंदरगाह के पहले चरण का औपचारिक उद्घाटन किया. कुल प्रस्तावित पाँच गोदियाँ बनायी जानी हैं, जिनमें से दो का निर्माण - कार्य पूरा कर लिया गया है. गौरतलब है कि यह बंदरगाह भारत-ईरान के संयुक्त सहयोग से निर्मित किया जा रहा है और भारत सरकार अब तक तकरीबन दो लाख करोड़ रुपये का निवेश इस प्रक्रम पर कर चुकी है. चाबहार का शाब्दिक अर्थ है जहाँ चारों मौसम बसंत के हों और यकीनन अब जबकि यह बंदरगाह संचलन में आ गया है, पूरी उम्मीद की जानी चाहिए कि इससे न केवल भारत-ईरान के आपसी संबंधों की विमाएँ विस्तृत होंगी अपितु इससे   भारत को रणनीतिक और आर्थिक स्तर पर दूरगामी लाभ भी मिलेंगे. इस बंदरगाह के सामरिक-रणनीतिक महत्व का अंदाजा यों लगाया जा सकता है कि उद्घाटन के करीब चौबीस घंटे पूर्व रूस के सोची शहर में हार्ट ऑफ एशिया की बैठक जो अफ़ग़ानिस्तान के भविष्य की रणनीतियों के संबंध में आयोजित थी, उससे लौटते हुए भारत की विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने अपने ईरानी समकक्ष मोहम्मद जावेद ज़रीफ़ के साथ एक मुलाकात की और इस उपलब्धि पर उत्साह प्रकट किया.

एक आशावान नागरिक और राहुल गाँधी की ताजपोशी

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बहुत ही सकारात्मक होकर लिख रहा हूँ।  अभी मैंने राहुल गाँधी जी को ट्विटर पर फॉलो किया। मुझे आश्चर्य हुआ कि अभी तक मैं उन्हें फॉलो नहीं करता था। आज मेरा मन हुआ कि लेख लिखने से पहले यह देखा जाय कि उनका ट्विटर हैंडल इस ताजपोशी को कैसे हैंडल कर रहा है। पता चला मेरे जैसा राजनीतिक चातक भी उन्हें फॉलो तक नहीं करता है। वैसे, यह अनायास था, मुझे राहुल गाँधी की गतिविधियों के लिए ट्विटर जरुरत ही नहीं थी। दरअसल राहुल गाँधी ने पिछले तेरह सालों में जो अपनी जमीन बनाई है और जैसी भी बनाई है, उसमें उनके भाषणों का कोई योगदान नहीं है। आस्तीन चढ़ाया हुआ एक उत्साही नवयुवक, अपनी पार्टी को इधर-उधर से खेता हुआ, डुबोता-उबारता हुआ और यत्र-तत्र दिखाई देता हुआ। भले ही दुनिया का सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र अमेरिका ओबामा को अपना राष्ट्रपति चुन लेता है, महज अड़तालीस की उमर में पर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में सैतालिस की उमर एक नौसिखिये की ही मानी जाती है। किन्तु अब जबकि आज राहुल गाँधी की कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद पर ताजपोशी हो चुकी है, यह विमर्श बेमानी है कि राहुल गाँधी का व्यक्तित्व कैसा है अथवा वह कितने योग्