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Showing posts from June, 2020

अमेरिकन फौजें यूरोप से हटायीं जा रहीं, क्या हैं इसके मायने भारत के लिए?

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In a statement that pitches the US as a factor in the India-China military face-off, secretary of state Mike Pompeo said on Thursday that China’s “threats to India” and Southeast Asia were among the main reasons for the US’s move to reduce its troops in Europe. इमेज व सूचना स्रोत साभार : इकनॉमिक टाइम्स, इनसाइट्स, ग्लोबल टाइम्स, अल जजीरा, द एकोनॉमिस्ट, चाइना डेली, टाइम्स ऑफ इंडिया, साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट, द न्यू यॉर्क टाइम्स, हेजआई, की ट्रेंज, न्यू यॉर्क मैगजीन, ग्लोबसेक, ब्लूमबर्ग क्विंट, फाइनैन्शल टाइम्स एवं बिजनस लाइंस

Live Participation: Aaj Tak Radio Din Bhar Program

अमेरिका के द्वारा यूरोप से अपनी सैन्य टुकड़ियाँ कम करने की घोषणा और उन्हे एशिया में तैनात करने की योजना पर मेरी संक्षिप्त टिप्पणी (7 वें मिनट से) सुनी जा सकती है Aaj Tak Radio पर।

✍️5G से एक दारुण भविष्य की ओर

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डॉ. श्रीश पाठक  Image Source: Express Computer 5G से धीरे-धीरे समूचा ऑफलाइन, ऑनलाइन हो जाएगा। इन्टरनेट ऑफ थिंग्स की तकनीक धीरे-धीरे इन्टरनेट फॉर एवरीथिंग की हो जाएगी। हम अपने क्रमशः पराधीन होते जीवन को स्वयं ही मेहनत के जुटाए पैसों से खरीदेंगे और सभ्य महसूस करेंगे। हर सौ मीटर पर रेडियेशन थूकते मिनीटावर अंततः हमारा प्राकृतिक स्पेस ही छीन लेंगे। इंसानों के साथ-साथ सभी वस्तुओं के साथ हमारे समस्त संबंधों का रिकॉर्ड इन्टरनेट कम्पनियों के पास होगा, जिसे वे मुनाफे के लिए इस्तेमाल करेंगी। हाथ में बंधी घड़ी से उन्हें हमारे शरीर के बारे में सब पता होगा तो हमारे हर क्लिक से वे हमारे द्वारा किए जा सकने वाले अगले क्लिक की संभाविता बेच व्यापार को अगले लेवल पर ले जाएंगी। दुनिया, कुछ बड़ी कंपनियों की गुलाम होगी, यह कुछ ग्लोबल कॉर्पोरेट इंपीरियलिज्म जैसा होगा, जिनके आगे सरकारें अंततः बेबस होंगी या सरकार ही कंपनियों की होंगी, जिसे बस तभी हराया जा सकेगा जब मानव अचानक बिजली और इन्टरनेट प्रयोग करना छोड़ दे, जो लगभग असंभव होगा। मेरे देश में जबकि 5G के होने का अर्थ केवल 'और अधिक नेट स्पीड' ही समझा ज

Live Participation: Aaj Tak Radio Din Bhar Program

नेपाल के कुछ सीमाई इलाकों पर चीन द्वारा कब्जे की खबर पर मेरी संपादित टिप्पणी ( 22 वें मिनट से) सुनी जा सकती है  Aaj Tak Radio  पर।

Live Participation: Social Concerns of Public Speaking (20-06-2020)

View this post on Instagram An eye opening session on social responsibility, and related domains off public speaking. Guest Speaker - Professor Shreesh Pathak (Center for International Studies, AMITY UNIVERSITY) Host - Ashutosh Shrivastav A post shared by LAFZ:The Indian Speakers Forum (@lafz_the_indian_speakers_forum) on Jun 20, 2020 at 5:55am PDT

Live Participation: India-Nepal (23 June, 2020)

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Jubilee Post  पर लाइव प्रस्तुति में भारत-नेपाल संबंधों पर मैंने कुछ बातें साझा की हैं।

कोविड हमारी उम्मीदों को न लॉक कर सकता है न हमें डाउन ही कर सकता है !

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Photo: Shreesh जीवन के सतरंगी सागर में इसप्रकार अनगिन अलबेली नौकाएँ तिरती-फिरती रहती हैं l यूँ तो जगत का हर जीव अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ता है, हारता है, उठता है, जीतता है फिर लड़ता है, लेकिन मानव ने बहुधा स्वयं को दाँव पर लगाकर मानवता की रक्षा की है l चौदहवीं सदी के ब्युबोनिक प्लेग जिसने दुनिया के एक-तिहाई लोगों को अपना निशाना बना लिया था, से लेकर आज तक महामारियों का इतिहास सुझाता है कि जानकारी और सावधानी का अभाव ही बीमारियों को त्रासदी में तब्दील करते हैं l मानवता का ज्ञात इतिहास दर्जन भर से अधिक महामारियों की त्रासदियों से अटा पड़ा है l इतिहास के उन पन्नों से गुजरते हुए अनिश्चितता, असुरक्षा, भय के वही भाव उसी शिद्दत से उभरते हैं, जिनमें कमोबेश आज फिर मानवता है l त्रासदियों के इतिहास का हर अध्याय बताता है कि उसके तुरंत बाद मानवता के सुनहरे पन्ने लिखे गए l इन सुनहरे पन्नों के लेखकों की नींव उन्हीं ने बनायीं थी जो उन भयंकर त्रासदियों से गुज़रे थे l दुनिया सामंतवाद के बेलगाम शोषण से मुक्त होने में और अधिक सदियाँ लेती जो महामारी ने मानवता को मजबूर न किया होता l फिर शेष लोगों ने विपत्ति को